Wednesday, December 7, 2011

शर्मनिरपेक्ष मीडिया व सरकार की सांठ -गांठ का एक ही तोड़ --युगदर्पण.

शर्मनिरपेक्ष मीडिया व सरकार की सांठ -गांठ का एक ही तोड़ --युगदर्पण.-तिलक संपादक युगदर्पण.... 
sharm nirpeksh media v sarkar ki santh ganth ka ek hi tod- Tilak Editor Yug Darpan-9911111611.
गूगल-भारत का अपनी सामग्री नीति पर स्पष्टीकरण (हिंदी अनुवाद) 
raashtradarpan.wordpress.com/2011/12/06/
"अंधेरों के जंगल में,दिया मैंने जलाया है ! 
इक दिया,तुम भी जलादो;अँधेरे मिट ही जायेंगे !!" युगदर्पण

Saturday, November 19, 2011

हमारे अन्य सूत्र (लिंक)

दूरदर्पणग्रन्थ ज्ञान दर्पणदेश समाज दर्पणजीवन रस दर्पण, 4 youtube चेनल, 

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http://pages.rediff.com/vishvagurubharatjagrat/231849

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*स्वप्नों का भारतमहाराणा प्रताप ; लेखक पत्रकार राष्ट्रीय मंचदेशका चौकीदार कहे- देश भक्तो, जागते रहो-(भारत और इंडिया के भावात्मक अंतर सहित)My friends dedicated to Bharatयुगदर्पण मित्र मंडलराधे कृष्ण - भूले बिसरे भजन.
http://www.google.com/transliterate/indic 
"अंधेरों के जंगल में,दिया मैंने जलाया है ! इक दिया,तुम भी जलादो;अँधेरे मिट ही जायेंगे !!" युगदर्पण

Friday, November 4, 2011

युगदर्पण के 10 हजारी होने पर आप सभी को हार्दिक बधाई व धन्यवाद.

युगदर्पण के 10 हजारी होने पर आप सभी को हार्दिक बधाई व धन्यवाद. युग दर्पण ब्लाग पर 49 देशों के ३६४०, तथा राष्ट्र दर्पण पर ३३ देशों के १६९३, लोगों ने विगत १ १/२ वर्षों में बने हमारे ब्लाग को १० हज़ार बार खोला है पत्रकारिता व्यवसाय नहीं एक मिशन है-युगदर्पण
"अंधेरों के जंगल में,दिया मैंने जलाया है !
इक दिया,तुम भी जलादो;अँधेरे मिट ही जायेंगे !!" युगदर्पण

युगदर्पण के 10 हजारी होने पर आप सभी को हार्दिक बधाई व धन्यवाद.

युगदर्पण के 10 हजारी होने पर आप सभी को हार्दिक बधाई व धन्यवाद. युग दर्पण ब्लाग पर 49 देशों के ३६४०, तथा राष्ट्र दर्पण पर ३३ देशों के १६९३, लोगों ने विगत १ १/२ वर्षों में बने हमारे ब्लाग को १० हज़ार बार खोला है पत्रकारिता व्यवसाय नहीं एक मिशन है-युगदर्पण
"अंधेरों के जंगल में,दिया मैंने जलाया है !
इक दिया,तुम भी जलादो;अँधेरे मिट ही जायेंगे !!" युगदर्पण

Saturday, September 10, 2011

प्रकाश से भी तीव्र गति ?

प्रकाश से भी तीव्र गति ?
वो,
जो किसी विशेष
समुदाय या परिवार
से जुड़,
राजनीति में घुस गए !
एक समूह के नेता बन,
नारे देते उत्थान के उनके !
या
शर्मनिरपेक्ष चालों से,
है
वोट बैंक
बना लेते !
वो कल तक
झुग्गी बस्ती में
या किसी
"रेस्तरां में बेयरा हों,"
भले
सामान्य नौकरी की
योग्यता न हो उनमें!
हैं, देखते देखते
कुबेर स्वामी बन जाते ?
जबकि अति विद्वान्,
व कर्मठ भी
दैनिक आवश्यकताओं की
पूर्ति नहीं कर पाते!
कठोर परिश्रम से
जूझते हैं;
मात्र, एक पग
बढाने को ?
और ये
राजनैतिक चाल बाज़
कैसे;
आगे बाद जाते हैं,
प्रकाश से भी तीव्र गति से, ..
प्रकाश से भी तीव्र गति से ...?
तिलक
संपादक युग दर्पण 
9911111611
"अंधेरों के जंगल में,दिया मैंने जलाया है !
इक दिया,तुम भी जलादो;अँधेरे मिट ही जायेंगे !!" युगदर्पण

Saturday, September 3, 2011

यदि राउल विंची उर्फ राहुल गांधी भारत के प्रधान मंत्री बने : -

यदि राउल विंची उर्फ राहुल गांधी भारत के प्रधान मंत्री बने : -यदि चाटुकारों की मंडली के पीछे टट्टुओं की चली तो और ...
-तो ऐसी अनेकों संभावनाओं के द्वार खुल जायेंगे, कि
- मुंबई और अन्य महानगरों में दैनिक बम विस्फोट संभावित
- इंडियन मुजाहिदीन, सिमी, जेएम, एचएम आदि को कानूनी मान्यता 
- एक और कारगिल युद्ध की सम्भावना 
- कश्मीर के पाकी आतंकवादी सेना को बेचने में कोई शंका नहीं
- या तो ईसाई धर्म या इस्लाम के लिए बलात धर्मांतरणों की 
सम्भावना
- हिंदुओं की व्यवस्थित हत्या की सम्भावना 
- भारत के आधा दर्जन से अधिक विभाजन की सम्भावना......

"अंधेरों के जंगल में,दिया मैंने जलाया है ! 
इक दिया,तुम भी जलादो;अँधेरे मिट ही जायेंगे !!" युगदर्पण

Wednesday, August 31, 2011

आज का सत्य व धर्म युद्ध !

आज का सत्य व धर्म युद्ध !


हम उधर हाथ बढ़ाते हैं,
जिसे पाना सरल हो,
फिर चाहे वो गरल हो,
हमारी आकांक्षा रहती है
वही पाने की,
जिसे पाना सरल नहीं होता;
क्योंकि जो सहज सुलभ होता है
वह विनीत होता है;
वह आकांक्षा नहीं जगाता,
विनय को कौन सुनता है
शक्ति की सदा पूजा होती है,
चाहे वो शक्ति सत्ता की हो,
भुज बल, धन बल अथवा हो जन बल की,
जब सत्ता निरंकुश हो जाये अधर्म कहलाता है,
उस पर अंकुश धर्म,
सत्ता उस अंकुश को माने तो धर्म सत्ता,
न माने तो
धर्म व न्याय की रक्षा में होता है
धर्म युद्ध.
- तिलक, संपादक युग दर्पण 9911111611"अंधेरों के जंगल में,दिया मैंने जलाया है !
 इक दिया,तुम भी जलादो;अँधेरे मिट ही जायेंगे !!" युगदर्पण